हे रघु'राम' बन, कल्याण कर, केवल 'राज'न कर!

अगर आप कर्जदार हैं या लोन लेना चाहते हैं, महंगाई और ग्रोथ के अनुमानों से आपका वास्ता रहता है या फिर बैंक फिक्स्ड डिपॉजिट में आप पैसे लगाते हैं तो आपके लिए 7 अप्रैल यानी मंगलवार अहम दिन है। रिजर्व बैंक गवर्नर रघुराम राजन नए कारोबारी साल की पहली क्रेडिट पॉलिसी की घोषणा करेंगे।
लोग तो ब्याज दरों में कटौती की उम्मीद कर रहे हैं लेकिन राजन हमेशा से चौंकाने के लिए जाने जाते हैं, सवाल है कि क्या इस बार भी वो ऐसा ही करेंगे। हालांकि इस साल अब तक रिजर्व बैंक रेपो रेट में आधे परसेंट की कटौती कर चुका है। ये अलग बात है कि बैंक इसका फायदा अब तक ग्राहकों को नहीं दे पाए हैं।
ब्याज दर में कटौती होगी, क्योंकि:
-आंकड़ों में महंगाई दर में नरमी का रुझान
-पेट्रोल, डीजल की कीमतों में और कमी संभव
-बैंकों की धीमी क्रेडिट ग्रोथ (RBI के मुताबिक,
इस साल 20 मार्च तक बैंकों की क्रेडिट ग्रोथ
महज 9.2% रही।पिछले साल इसी समय
तक क्रेडिट ग्रोथ 13.8% और उससे भी
पहले दो साल में ये क्रमश: 14.2% और 17% थी। )
-इंडस्ट्री की ब्याज दरों में कमी की मांग

ब्याज दरों में कटौती नहीं होगी, क्योंकि: 
-जमीनी स्तर पर लोग महंगाई से परेशान
-बेमौसम बरसात से रबी फसल के उत्पादन में भारी कमी संभव
-अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में बढ़ोतरी का अनुमान
-भारतीय मौसम विज्ञान को इस साल 50% अल-नीनो
की आशंका यानी मॉनसून सामान्य से कम रहने का
अनुमान। ऐसा होने पर खरीफ फसल के उत्पादन
पर बुरा असर। यानी महंगाई बड़ी चुनौती बनी रहेगी।

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