होटल्स, ट्रांसपोर्ट-कम्युनिकेशन सेक्टर रहा Q4 का सुपर स्टार
ताजा GDP (Gross Domestic Product) के आंकड़ों की मानें तो लगता है कि घरेलू इकोनॉमी के अच्छे दिन आ गए हैं। आंकड़ों के मुताबिक फाइनेंशियल साल 2014-15 में
देश ने 7.3% की दर से जबकि Q4 यानी जनवरी-मार्च तिमाही में 7.5% की दर से विकास किया है,जो कि इंडस्ट्री की उम्मीद से ज्यादा है।
CSO यानी सेंट्रल स्टैटिस्टिकल ऑफिस ने आंकड़े जारी
किए। जनवरी-मार्च के दौरान विकासकी रफ्तार में तो भारत ने चीन,
अमेरिका जैसे आर्थिक महाशक्तियों को भी पीछे छोड़ दिया है।
पिछले फाइनेंशियल साल की आखिरी तिमाही में सबसे
तेज विकास दर मैन्युफैक्चरिंग (8.4%), होटल्स, ट्रांसपोर्ट और कम्युनिकेशन (14.1%)
और फाइनेंशियल, रियल इस्टेट, प्रफेशनस सर्विसस (10.2%) सेक्टर में दर्ज की गई।
GDP आंकड़े एक नजर में-
फाइनेंशियल साल
|
GDP (%)
|
2014-15
|
7.3
|
2013-14
|
6.9
|
2012-13
|
5.1
|
2014-15 में GDP का
तिमाही प्रदर्शन-
तिमाही
|
GDP (%)
|
Q4 (जनवरी-मार्च)
|
7.5
|
Q3 (अक्टूबर-दिसंबर)
|
6.6 (संशोधित)
|
Q2 (जुलाई-सितंबर)
|
8.4 (संशोधित)
|
Q1 (अप्रैल-जून)
|
6.7 (संशोधित)
|
2014-15 Q4 में सेक्टर का प्रदर्शन-
सेक्टर
|
विकास दर (%)
|
कृषि-वनोपज-मछलीपालन
|
-1.4
|
माइनिंग
|
2.3
|
मैन्युफैक्चरिंग
|
8.4
|
इलेक्ट्रिसिटी, गैस, अन्य
|
4.2
|
ट्रेड, होटल, ट्रांसपोर्ट, कम्युनिकेशन
|
14.1
|
फाइनेंशियल, रियल इस्टेट,प्रफेशनल सर्विसेस
|
10.2
|
पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन, डिफेंस, अन्य
|
0.1
|
कंस्ट्रक्शन
|
1.4
|
चीन, अमेरिका पीछे छूटे-
देश
|
जनवरी-मार्च GDP (%)
|
भारत
|
7.5
|
चीन
|
7
|
ब्राजील
|
-0.2
|
अमेरिका
|
-0.7
|
अब सबकी नजरें RBI पर है जो कि 2 जून को क्रेडिट पॉलिसी की समीक्षा
करने वाला है। इंडस्ट्री इस बैठक में रेपो रेट में कम
से कम चौथाई परसेंट कटौती की उम्मीद कर रहे हैं। सरकार भी रिजर्व बैंक से
बार-बार ब्याज दर में कटौती की
अपील कर रही है।
2014-15 में प्रति व्यक्ति आय में 2013-14 के
मुकाबले 9.2% का इजाफा हुआ है। 2013-14 में देश के हर व्यक्ति की औसतन कमाई
80,388 रुपए थी जो कि 2014-15 में 87,748 रुपए होने का अनुमान है।
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