जुलाई में इनडायरेक्ट टैक्स कलेक्शन 39% बढ़ा, सरकार खुश इस साल जुलाई और अप्रैल–जुलाई अवधि में सालाना आधार पर इनडायरेक्ट टैक्स कलेक्शन में बढ़ोतरी पर सरकार ने खुशी जताई है। पिछले साल जुलाई के मुकाबले इस साल जुलाई में इनडायरेक्ट टैक्स कलेक्शन 39% जबकि अप्रैल-जुलाई अवधि के दौरान 37% की बढ़ोतरी हुई है।
केंद्रीय वित्त मंत्रालय द्वारा जारी ताजा आंकड़ों के मुताबिक, जुलाई, 2015 के दौरान अप्रत्यक्ष कर राजस्व (अस्थायी) संग्रह जुलाई 2014 के 40,802 करोड़ रुपए से बढ़कर 56,739 करोड़ रुपए हुआ यानी जुलाई 2015 के दौरान पिछले साल की इसी अवधि की तुलना में 39.1 % की बढ़ोतरी। यह वर्ष 2015-16 के लिए 6,462,67 करोड़ रु. के बीई (बजट अनुमान) के निर्धारित लक्ष्य के 32.6 % की प्राप्ति है।
जुलाई 2015 के दौरान केंद्रीय आबकारी (एक्साइज) संग्रह जुलाई 2014 के 13,512 करोड़ रुपए से बढ़कर 22,273 करोड़ रुपए और इस प्रकार इसमें 64.8 % की बढ़ोतरी दर्ज की गई। यह वर्ष 2015-16 के बीई (बजट अनुमान) के लिए निर्धारित लक्ष्य के 36.6% की प्राप्ति है।
जुलाई 2015 के दौरान सेवाकर संग्रह जुलाई 2014 के 11,871 करोड़ रुपए से बढ़कर 15,470 करोड़ रुपए हो गया। इस प्रकार इसमें 30.3 % की बढ़त हुई। यह वर्ष 2015-16 के बीई के लिए निर्धारित लक्ष्य के 29.0% की प्राप्ति है।
जुलाई 2015 के दौरान सीमा शुल्क ( कस्टम्स ड्यूटी) संग्रह जुलाई 2014 के 15,419 करोड़
रुपए से बढ़कर 18,996 करोड़ रुपए हो गया। इस प्रकार इसमें 23.2 % की बढ़त दर्ज की गई। यह वर्ष 2015-16 के बीई के लिए निर्धारित लक्ष्य के 31.7 % की प्राप्ति है।
जुलाई 2015 के दौरान अप्रत्यक्ष कर राजस्व (अस्थायी) संग्रह का विवरण,
पिछले साल की इसी अवधि की तुलना में वृद्धि दर सहित इस प्रकार हैः
जुलाई 2015 के लिए: (रुपए करोड़ में)
इनडायरेक्ट टैक्स में हुई बढ़ोतरी पर सरकार ने खुशी जताई है। मुख्य आर्थिक सलाहकार अरविंद सुब्रमणियन ने इकोनॉमी में सुधार का संकेत बताया है। उन्होंने कहा कि वित्त वर्ष 2015-16 की शुरुआत में इनडायरेक्ट टैक्स में 37% की बढ़ोतरी इकोनॉमी में सुधार की ओर इशारा करती है। उन्होंने उम्मीद जताई कि इसका असर देश की जीडीपी ग्रोथ आकड़ों पर दिखेगा।
केंद्रीय वित्त मंत्रालय द्वारा जारी ताजा आंकड़ों के मुताबिक, जुलाई, 2015 के दौरान अप्रत्यक्ष कर राजस्व (अस्थायी) संग्रह जुलाई 2014 के 40,802 करोड़ रुपए से बढ़कर 56,739 करोड़ रुपए हुआ यानी जुलाई 2015 के दौरान पिछले साल की इसी अवधि की तुलना में 39.1 % की बढ़ोतरी। यह वर्ष 2015-16 के लिए 6,462,67 करोड़ रु. के बीई (बजट अनुमान) के निर्धारित लक्ष्य के 32.6 % की प्राप्ति है।
जुलाई 2015 के दौरान केंद्रीय आबकारी (एक्साइज) संग्रह जुलाई 2014 के 13,512 करोड़ रुपए से बढ़कर 22,273 करोड़ रुपए और इस प्रकार इसमें 64.8 % की बढ़ोतरी दर्ज की गई। यह वर्ष 2015-16 के बीई (बजट अनुमान) के लिए निर्धारित लक्ष्य के 36.6% की प्राप्ति है।
जुलाई 2015 के दौरान सेवाकर संग्रह जुलाई 2014 के 11,871 करोड़ रुपए से बढ़कर 15,470 करोड़ रुपए हो गया। इस प्रकार इसमें 30.3 % की बढ़त हुई। यह वर्ष 2015-16 के बीई के लिए निर्धारित लक्ष्य के 29.0% की प्राप्ति है।
जुलाई 2015 के दौरान सीमा शुल्क ( कस्टम्स ड्यूटी) संग्रह जुलाई 2014 के 15,419 करोड़
रुपए से बढ़कर 18,996 करोड़ रुपए हो गया। इस प्रकार इसमें 23.2 % की बढ़त दर्ज की गई। यह वर्ष 2015-16 के बीई के लिए निर्धारित लक्ष्य के 31.7 % की प्राप्ति है।
जुलाई 2015 के दौरान अप्रत्यक्ष कर राजस्व (अस्थायी) संग्रह का विवरण,
पिछले साल की इसी अवधि की तुलना में वृद्धि दर सहित इस प्रकार हैः
जुलाई 2015 के लिए: (रुपए करोड़ में)
कर स्रोत
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जुलाई के लिए
|
अप्रैल-जुलाई तक
|
बीई का
हासिल %
|
|||||
बी.ई
2015-16
|
2014-15
|
2015-16
|
% बढ़त
|
2014-15
|
2015-16
|
% बढ़त
|
||
सीमा शुल्क
|
208336
|
15419
|
18996
|
23.2
|
54594
|
66076
|
21.0
|
31.7
|
सेंट्रल एक्साइज
|
228157
|
13512
|
22273
|
64.8
|
47579
|
83454
|
75.4
|
36.6
|
सेवा कर
|
209774
|
11871
|
15470
|
30.3
|
50723
|
60925
|
20.1
|
29.0
|
कुल
|
646267
|
40802
|
56739
|
39.1
|
152896
|
210455
|
37.6
|
32.6
|
इनडायरेक्ट टैक्स में हुई बढ़ोतरी पर सरकार ने खुशी जताई है। मुख्य आर्थिक सलाहकार अरविंद सुब्रमणियन ने इकोनॉमी में सुधार का संकेत बताया है। उन्होंने कहा कि वित्त वर्ष 2015-16 की शुरुआत में इनडायरेक्ट टैक्स में 37% की बढ़ोतरी इकोनॉमी में सुधार की ओर इशारा करती है। उन्होंने उम्मीद जताई कि इसका असर देश की जीडीपी ग्रोथ आकड़ों पर दिखेगा।
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