जुलाई में खाने की चीज सस्ती होने की वजह से लगातार 9 वें महीने थोक महंगाई दर (WPI महंगाई) में गिरावट आई है। इस साल जून में थोक महंगाई दर में 2.40% की कमी आई थी जबकि जुलाई में इसने 4.05% की गिरावट दर्ज की। हालांकि, इस दौरान खाने की चीजों की कीमत जरूर कम हुई है लेकिन दूध और दाल की कीमतों में बढ़ोतरी अभी चिंता की वजह है।
पिछले साल जुलाई में थोक मूल्य सूचकांक पर आधारित महंगाई दर में 5.41% की बढ़ोतरी हुई थी। जुलाई में खुदरा मूल्य सूचकांक पर आधारित महंगाई 3.78% दर्ज की गई जो कि पिछले आठ महीने में सबसे कम है।
जहां तक बात जुलाई में दालों की थोक महंगाई की बात है तो उसकी कीमत 35.75% बढ़ी है जबकि जून में 33.67% बढ़ी थी। उसी तरह इस दौरान दूध की कीमत 5.18% से 5.30% हो गई।
जुलाई में प्याज की थोक कीमत में 0.49% की कमी आई है जबकि जून में 18.54% की बढ़ोतरी हुई थी।
महंगाई के मोर्चे पर राहत, जुलाई में खुदरा महंगाई दर घटी, पढ़ें
http://beyourmoneymanager.blogspot.in/2015/08/blog-post_77.html
पिछले साल जुलाई में थोक मूल्य सूचकांक पर आधारित महंगाई दर में 5.41% की बढ़ोतरी हुई थी। जुलाई में खुदरा मूल्य सूचकांक पर आधारित महंगाई 3.78% दर्ज की गई जो कि पिछले आठ महीने में सबसे कम है।
जहां तक बात जुलाई में दालों की थोक महंगाई की बात है तो उसकी कीमत 35.75% बढ़ी है जबकि जून में 33.67% बढ़ी थी। उसी तरह इस दौरान दूध की कीमत 5.18% से 5.30% हो गई।
जुलाई में प्याज की थोक कीमत में 0.49% की कमी आई है जबकि जून में 18.54% की बढ़ोतरी हुई थी।
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