शेयर बाजार और डेट (FD, बॉण्ड) में कितना-कितना पैसा लगाएं

पारंपरिक तौर पर हम बैंक फिक्स्ड डिपॉजिट, सोना, जमीन-जायदाद में पैसा लगाने को तरजीह देते रहे हैं। शेयर बाजार भी पैसे कमाने का बढ़िया प्लेटफॉर्म है लेकिन ज्यादातर हिन्दुस्तानियों का संबंध शेयर बाजार से जुड़ी खबरों मसलन सेंसेक्स-निफ्टी कितना गिरा या कितना चढ़ा, किन सेक्टर्स ने शानदार प्रदर्शन किए और कौन फिसड्डी साबित हुए, निफ्टी के  टॉप गेनर और टॉप लूजर बगैरह के बारे में जानकारी लेने भर से हैं।

स्टॉक एक्सचेंज पर उपलब्ध रजिस्टर्ड निवेशकों की संख्या से इस बात का अंदाजा लग जाता है कि आज भी ज्यादातर निवेशक शेयर बाजार से दूर हैं। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज पर 31 जुलाई के डाटा के मुताबिक, रजिस्टर्ड निवेशकों की संख्या एक करोड़ 4 लाख  79 हजार 396 है। खैर, ये तो अपना-अपना नजरिया है किसको कहां निवेश करना है।

यहां हम बात उन निवेशकों की कर रहे हैं जो अपने पोर्टफोलियो (निवेश की सूची में शामिल फाइनेंशियल प्रोडक्ट को पोर्टफोलियो के नाम से जानते हैं और एक निश्चित अवधि में मुनाफा कमाने के लिहाज से पैसे खर्च करना निवेश कहलाता है ) में डेट इंस्ट्रूमेंट्स (FD, बॉण्ड, सरकारी सिक्योरिटीज बगैरह) के साथ-साथ इक्विटी
शामिल करते हैं। ऐसे निवेशकों के सामने हमेशा एक सवाल उठता है कि फाइनेंशियल प्लानिंग के दौरान डेट इंस्ट्रूमेंट्स और इक्विटी में किस अनुपात में पैसे लगाया जाए।

निवेश करने का '100-आपकी उम्र' फॉर्मूला: 
इक्विटी और डेट में किस अनुपात में पैसा लगाया जाए, इसके लिए जानकार '100-आपकी उम्र' का फॉर्मूला सुझाते हैं। इसके मुताबिक, मान लीजिए, अगर आपकी उम्र 25 साल है तो 100-25=75 यानी 75% रकम आपको इक्विटी में लगाना चाहिए और बाकी 25% डेट इंस्ट्रूमेंट में। अगर आप 50 साल के हैं तो 100-50 यानी आधा पैसा इक्विटी में और आधा डेट में लगा सकते हैं।

इसको और आसानी से इस तरह समझ सकते हैं..मान लिया आप 25 साल के हैं और एक साल में आप इक्विटी और डेट में एक लाख रुपए निवेश करना चाहते हैं। '100-आपकी उम्र' फॉर्मूले के आधार पर आप एक लाखथ
में से 75 हजार रुपए इक्विटी में और बाकी 25 हजार रुपए डेट में निवेश कर सकते हैं।

इक्विटी चुंकि जोखिम से जुड़ा इंस्ट्रूमेंट है। ऐसा माना जाता है कि कम उम्र में लोगों के पास जोखिम लेने की क्षमता ज्यादा होती है और जैसे जैसे उम्र बढ़ती जाती है, जोखिम लेने की क्षमता भी कम होती जाती है। बढ़ती उम्र के साथ कई जिम्मेदारियां भी बढ़ती जाती है जिससे खर्च भी बढ़ते जाता है और बचत कम होती जाती है । इसलिए जानकार कम उम्र में इक्विटी में ज्यादा पैसा लगाने की सलाह देते हैं और बढ़ती उम्र के साथ इक्विटी में हिस्सेदारी कम करके डेट जैसे ज्यादा सुरक्षित इंस्ट्रूमेंट में पैसा लगाने की सलाह देते हैं।

लेकिन, याद रखें ये फॉर्मूला आपकी उलझन दूर करने के लिए है, बाकी आप अपनी जरूरत, अपने इनकम के हिसाब से ही फाइनेंशियल प्लानिंग करें तो ज्यादा बेहतर है। इसके लिए आप किसी फाइनेंशियल
एडवाइजर्स की सलाह ले सकते हैं।

शेयर बाजार; पैसा लगाने से पहले जानकारी लेना जरूरी 
http://beyourmoneymanager.blogspot.in/2015/06/blog-post_69.html

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