सरकार ने इस साल की पहली तिमाही यानी अप्रैल-जून तिमाही के GDP (Gross Domestic
Product)
के आंकड़े जारी कर दिये हैं। इस तिमाही में विकास की रफ्तार कम गई
है।
देश ने इस दौरान 7% की दर से विकास किया गया है जबकि पिछले वित्तीय साल में हमने 7.3%, जबकि जनवरी-मार्च तिमाही के दौरान 7.5 % की दर से
विकास किया था। अगर पिछले वित्त वर्ष की अप्रैल-जून तिमाही की GDP ग्रोथ की बात करें तो वो 6.7% थी।
GDP
आंकड़े एक नजर में:
2015-16
की अप्रैल-जून तिमाही (Q1) में GDP ग्रोथ: 7%
2014-15
में GDP का तिमाही प्रदर्शन-
तिमाही
|
GDP (%)
|
Q4 (जनवरी-मार्च)
|
7.5
|
Q3 (अक्टूबर-दिसंबर)
|
6.6 (संशोधित)
|
Q2 (जुलाई-सितंबर)
|
8.4 (संशोधित)
|
Q1 (अप्रैल-जून)
|
6.7 (संशोधित)
|
फाइनेंशियल साल
|
GDP (%)
|
2014-15
|
7.3
|
2013-14
|
6.9
|
2012-13
|
5.1
|
Q1 में सेक्टर का प्रदर्शन:
सेक्टर
|
2014-15 में ग्रोथ (%)
|
2015-16 में
ग्रोथ (%)
|
कृषि-वनोपज-मछलीपालन
|
2.6
|
1.9
|
माइनिंग
|
4.3
|
4.0
|
मैन्युफैक्चरिंग
|
8.4
|
7.2
|
इलेक्ट्रिसिटी, गैस, अन्य
|
10.1
|
3.2
|
ट्रेड, होटल, ट्रांसपोर्ट, कम्युनिकेशन
|
12.1
|
12.8
|
फाइनेंशियल, रियल इस्टेट,प्रफेशनल सर्विसेस
|
9.3
|
8.9
|
पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन, डिफेंस, अन्य
|
2.8
|
2.7
|
कंस्ट्रक्शन
|
6.5
|
6.9
|
चीन की बराबरी
देश
|
अप्रैल-जून, 2015-16 GDP (%)
|
भारत
|
7.00
|
चीन
|
7.00
|
अब सबकी नजरें RBI
पर है जो कि 29 सितंबर को क्रेडिट पॉलिसी की समीक्षा करने
वाला है। इंडस्ट्री इस बैठक में रेपो रेट में कम से कम
चौथाई परसेंट कटौती की
उम्मीद कर रहे हैं। सरकार भी रिजर्व बैंक से बार-बार ब्याज
दर में कटौती की
अपील कर रही है।
((आज जून तिमाही के GDP के आंकड़े जारी होंगे
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