टूरिज्म सेक्टर पर यूं ही नहीं फिदा है मोदी सरकार

 
केंद्र में मोदी सरकार बनते ही जिन सेक्टर को तरजीह दी गई, उसमें टूरिज्म और हॉस्पिटलिटी सेक्टर भी शामिल है। अगर देश की इकोनॉमी और रोजगार सृजन में इस सेक्टर के योगदान को देखें तो सरकार का ये फैसला कहीं से गलत नहीं है। सरकार विदेशी सैलानियों को लुभाने और टूरिज्म को आकर्षक बनाने के लिए कई सारे कदम उठाई है और उठा रही है।

टूरिज्म सैटेलाइट अकाउंट ऑफ इंडिया (Tourism Satellite Account of India-TSA) ने अपनी दूसरी रिपोर्ट में 2009-10, 2010-11, 2011-12 और 2012-13 में टूरिज्म और हॉस्पिटलिटी सेक्टर की इकोनॉमी और रोजगार सृजन में भूमिका की जानकारी दी है।

रिपोर्ट के मुताबिक,
GDP में टूरिज्म और हॉस्पिटलिटी सेक्टर का योगदान (%): 

साल                       योगदान (%)
2009-10                  6.77%
2010-11                  6.76%
2011-12                  6.76%
2012-13                  6.88%

रोजगार सृजन में टूरिज्म और हॉस्पिटलिटी सेक्टर का योगदान (%): 

साल                       योगदान (%)
2009-10                  10.17%
2010-11                  10.78%
2011-12                  11.49%
2012-13                  12.36%

सैलानियों को लुभाने और टूरिज्म को आकर्षक बनाने के लिए सरकार द्वारा उठाए गए कदम: 
-केंद्रीय वित्तीय मदद (Central Financial Assistance-CFA): केंद्रीय पर्यटन मंत्रालय राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में टूरिज्म के विकास और प्रमोशन के लिए कई स्कीम चला रही है। हाल ही में केंद्र सरकार ने स्वदेश दर्शन नाम से स्कीन लॉन्च की है। इस स्कीम के तहत थीम के आधार पर देश को 12 टूरिस्ट सर्किट नॉर्थ-ईस्ट इंडिया सर्किट, बुद्धिस्ट सर्किट, हिमालयन सर्किट, कोस्टल सर्किट, कृष्णा सर्किट, डिजर्ट सर्किट, ट्राइबल सर्किट, इको सर्किट, वाइल्डलाइफ सर्किट, रूरल सर्किट, स्प्रिच्यूअल सर्किट और रामायण सर्किट के तौर पर पहचान किया गया है।

-National Mission on Pilgrimage Rejuvenation and Spiritual Augmentation Drive (PRASAD): इसके तहत धार्मिक और तीर्थयात्री पर्यटन को बढ़ावा दिया जाएगा। इसके स्कीम के तहत पहले चरण में अमृतसर, केदारनाथ, अजमेर, मथुरा, वाराणसी, गया, पुरी, द्वारका, अमरावती, कांचीपुरम, वेलन्नकनी, गुवाहाटी और पटना में इंफ्रास्ट्रक्चर का विकास किया जाएगा।

-पब्लिसिटी और प्रमोशन

-ई-टूरिस्ट वीजा (e –Tourist Visa (e-TV): केंद्र सरकार ने विदेशी सैलानियों की सहूलियत के लिए देश के 16 एयरपोर्ट पर 113 देशों के नागरिकों के लिए ई-टूरिस्ट वीजा सुविधा की शुरुआती की है। देश में प्रवेश की औपचारिकताओं को आसान बनाने के लिए सरकार का ये कदम काफी सराहनीय है और इसका अच्छा असर टूरिज्म सेक्टर पर देखने को मिल रहा है।

कोई टिप्पणी नहीं