वर्ष 2016-17 की पहली तिमाही (अप्रैल-जून) के दौरान
भारत के भुगतान संतुलन की गतिविधियां
भारत के भुगतान संतुलन की गतिविधियां
पहली तिमाही अर्थात् अप्रैल-जून 2016-17 के लिए भारत के भुगतान संतुलन (बीओपी) से संबंधित प्रारंभिक आंकड़े विवरण-। (बीपीएम6 फॉर्मेट) और ।। (पुराना फॉर्मेट) में प्रस्तुत किए गए हैं।
मुख्य विशेषताएं
- चालू खाता घाटा (सीएडी) वर्ष 2016-17 की पहली तिमाही में 0.3 बिलियन अमेरिकी डॉलर (जीडीपी का 0.1 प्रतिशत) हो गया जो वर्ष 2015-16 की पहली तिमाही के 6.1 बिलियन अमेरिकी डॉलर (जीडीपी का 1.2 प्रतिशत) से काफी कम रहा।
- चालू खाता घाटे में यह कमी मुख्य रूप से पिछले वर्ष की पहली तिमाही (34.2 बिलियन अमेरिकी डॉलर) और पिछली तिमाही (24.8 बिलियन अमेरिकी डॉलर) की तुलना में कम व्यापार घाटे (23.8 बिलियन अमेरिकी डॉलर) के कारण रही।
- भुगतान संतुलन आधार पर व्यापारिक वस्तुओं के आयात (11.5 प्रतिशत तक) में व्यापारिक वस्तुओं के निर्यात (जिसमें 2.1 प्रतिशत की कमी) की तुलना में तेज कमी आई जिससे वर्ष 2016-17 की पहली तिमाही में व्यापार घाटा कम हो गया।
- निवल सेवा प्राप्तियों में वर्ष-दर-वर्ष आधार पर कमी आई जो मुख्यरूप से यात्रा, वित्तीय सेवाओं और अन्य कारोबार सेवाओं के कारण निवल अर्जन में कमी के कारण रही।
- प्राथमिक आय (लाभांश, ब्याज और लाभ) के कारण निवल भुगतान पिछले वर्ष के स्तर की तुलना में वर्ष 2016-17 की पहली तिमाही में थोड़ा बढ़ गया।
- निजी अंतरण रसीदों, जो कि विदेशों में नौकरी करने वाले भारतीयों द्वारा किए जाने वाले धन प्रेषणों को दर्शाती हैं, की राशि 15.2 बिलियन अमेरिकी डॉलर रही। इसमें पिछली तिमाही और पिछले वर्ष के स्तर से कमी देखी गई।
- निवल प्रत्यक्ष विदेशी निवेश में नरमी आई और यह वर्ष 2015-16 की पहली तिमाही के 10.0 बिलियन अमेरिकी डॉलर और पिछली तिमाही अर्थात वर्ष 2015-16 की चौथी तिमाही के 8.8 बिलियन अमेरिकी डॉलर से घटकर वर्ष 2016-17 की पहली तिमाही में 4.1 बिलियन अमेरिकी डॉलर हो गई।
- दूसरी तरफ, संविभाग निवेश में पिछले वर्ष की इस अवधि में थोड़े से बहिर्वाह और पिछली तिमाही में 1.5 बिलियन अमेरिकी डॉलर के बहिर्वाह की तुलना में वर्ष 2016-17 की पहली तिमाही में 2.1 बिलियन अमेरिकी डॉलर का निवल अंतर्वाह दर्ज किया गया जो मुख्य रूप से इक्विटी घटक में निवल अंतर्वाह को दर्शाता है।
- वर्ष 2016-17 की पहली तिमाही में अनिवासी भारतीयों (एनआरआई) जमाराशियां की अभिवृद्धि पिछले वर्ष की पहली तिमाही और पिछली तिमाही के स्तर से घटकर 1.4 बिलियन अमेरिकी डॉलर हो गई।
- बाह्य वाणिज्यिक उधारों के अंतर्गत उच्चतर चुकौती से पिछले वर्ष की इस अवधि में निवल उधारों की तुलना में वर्ष 2016-17 की पहली तिमाही में भारत के लिए ऋण के अंतर्गत निवल बहिर्वाह हुआ।
- विदेशी मुद्रा भंडार (बीओपी आधार पर) वर्ष 2015-16 की पहली तिमाही के 11.4 बिलियन अमेरिकी डॉलर और पिछली तिमाही के 3.3 बिलियन अमेरिकी डॉलर की अभिवृद्धि की तुलना में वर्ष 2016-17 की पहली तिमाही में बढ़कर 7.0 बिलियन अमरिकी डॉलर हो गई।
सारणी 1 : भारत के भुगतान संतुलन की प्रमुख मदें | ||||||
(बिलियन अमेरिकी डॉलर) | ||||||
अप्रैल-जून 2016 (प्रा.) | अप्रैल-जून 2015 (आं.सं.) | |||||
जमा | नामे | निवल | जमा | नामे | निवल | |
क. चालू खाता | 125.2 | 125.5 | -0.3 | 126.9 | 133.0 | -6.1 |
1. माल | 66.6 | 90.5 | -23.8 | 68.0 | 102.2 | -34.2 |
जिसमें से : | ||||||
पीओएल | 7.0 | 19.0 | -12.0 | 8.3 | 24.7 | -16.4 |
2. सेवा | 39.5 | 23.8 | 15.8 | 38.3 | 20.5 | 17.8 |
3. प्राथमिक आय | 3.8 | 10.0 | -6.2 | 3.3 | 9.2 | -5.9 |
4. द्वितीयक आय | 15.3 | 1.3 | 14.0 | 17.3 | 1.1 | 16.2 |
ख. पूंजी लेखा और वित्तीय लेखा | 129.2 | 129.0 | 0.1 | 141.1 | 133.9 | 7.2 |
जिसमें से : | ||||||
मुद्रा भंडार में परिवर्तन (वृद्धि (-)/कमी (+)) | 0.0 | 7.0 | -7.0 | 0.0 | 11.4 | -11.4 |
ग. भुल-चूक (-) (ए+बी) | 0.2 | 0.0 | 0.2 | 0.0 | 1.1 | -1.1 |
प्रा : प्रारंभिक; आं.सं. : आंशिक रूप से संशोधित | ||||||
नोट : पूर्णांकन के कारण उप घटकों का योग कुल योग से भिन्न हो सकता है। |
Source: rbi.org.in
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