अगर आपके पास जीवन, हेल्थ या कार-बाइक समेत किसी भी तरह की बीमा पॉलिसी हो, तो उसे अपने आधार और पैन नंबर से जुड़वा लें। अपनी सर्विस प्रोवाइडर कंपनी या फिर अपने एजेंट से इस संबंध में संपर्क करें। बीमा रेगुलेटर आईआरडीएआई ने ऐसा करने का निर्देश जारी किया है।
आईआरडीएआई ने सभी इंश्योरेंस कंपनियों को सर्कुलर जारी कर कहा है कि केंद्र सरकार ने एक जून 2017 को नोटिफिकेशन जारी कर इंश्योरेंस समेत सभी फाइनेंशियल सर्विसेस को ग्राहकों के आधार और पैन या फॉर्म 60 से जोड़ने को कहा था। आईआरडीएआई ने साथ ही कहा है कि इसके लिए अगले निर्देश का इंतजार किए बना कंपनियों को यह काम तुरंत शुरू कर देना चाहिए।
अगर आप ऐसा नहीं करवाते हैं तो कुछ इंश्योरेंस कंपनियों का मानना है कि आपके दावे या मैच्योरिटी पर आपकी राशि का भुगतान रोका जा सकता है।
आपको बता दूं कि देश में इस वक्त करीब जीवन और जनरल मिलाकर कुल 54 कंपनियां हैं। इनमें से सरकारी क्षेत्र में 4 जनरल, एक जीवन और एक रि-इंश्योरेंस कंपनी है। वहीं निजी क्षेत्र में 23 जीवन, 18 जनरल और 5 हेल्थ इंश्योरेंस कंपनी है। एलआईसी के पास अकेले 29 करोड़ पॉलिसी होल्डर हैं।
इंश्योरेंस पॉलिसी खरीदने के लिए नए नियम, जानिए क्या है
((डिमैट हो जब आपकी इंश्योरेंस Policy, जीवन बने तनावमुक्त और Easy
बीमा बेमिसाल: भाग-1, बीमा क्या है
बीमा बेमिसाल: भाग-2, इंश्योरर, इंश्योर्ड, प्रीमियम, रिस्क मैनेजमेंट के मायने
बीमा बेमिसाल: भाग-3, इन्डेम्निटी,इंश्योरेंस पॉलिसी का मतलब
बीमा बेमिसाल: भाग-4, कहां से करवाएं इंश्योरेंस
बीमा बेमिसाल: भाग-5, जीवन बीमा, हेल्थ इंश्योरेंस जरूरी क्यों
बीमा बेमिसाल: भाग-6, लाइफ इंश्योरेंस Vs जनरल इंश्योरेंस
बीमा बेमिसाल: भाग-7, टॉप अप हेल्थ इंश्योरेंस कितना जरूरी
बीमा बेमिसाल: भाग-8, फैमिली फ्लोटर प्लान कितना फायदेमंद
((यहां कल क्या हो, किसने जाना...इसलिए इंश्योरेंस जरूर करवाना
((ऑफर डॉक्यूमेंट पढ़े बिना, इंश्योरेंस पॉलिसी कभी ना लेना
((इंश्योरेंस पॉलिसी की बढ़ती मिस-सेलिंग,सरकार, IRDA बेबस, क्या करेंगे आप
((साधारण बीमा (Non-Life or General Insurance) कंपनियों की सूची
((जीवन बीमा (Life Insurance) कंपनियों की पूरी सूची
((रोज एक रुपए से भी कम बचाएं, अपना लाइफ इंश्योरेंस करवाएं
((फाइनेंस का फंडा: भाग-17, IRDA का क्या काम है
(('बिना प्रोफेशनल ट्रेनिंग के शेयर बाजार जरूर जुआ है'
((शेयर बाजार: जब तक सीखेंगे नहीं, तबतक पैसे बनेंगे नहीं!
((जानें वो आंकड़े-सूचना-सरकारी फैसले और खबर, जो शेयर मार्केट पर डालते हैं असर
म्युचुअल फंड के बदल गए नियम, बदलाव से निवेशकों को फायदा या नुकसान, जानें विस्तार से
((फाइनेंशियल प्लानिंग (वित्तीय योजना) क्या है और क्यों जरूरी है?
((ये दिसंबर तिमाही को कुछ Q2, कुछ Q3 तो कुछ Q4 क्यों बताते हैं ?
((कैसे करें शेयर बाजार में एंट्री
((सामान खरीदने जैसा आसान है शेयर बाजार में पैसे लगाना
((खुद का खर्च कैसे मैनेज करें?
((मेरा कविता संग्रह "जब सपने बन जाते हैं मार्गदर्शक"खरीदने के लिए क्लिक करें
(ब्लॉग एक, फायदे अनेक
((शेयर बाजार: जब तक सीखेंगे नहीं, तबतक पैसे बनेंगे नहीं!
((जानें वो आंकड़े-सूचना-सरकारी फैसले और खबर, जो शेयर मार्केट पर डालते हैं असर
म्युचुअल फंड के बदल गए नियम, बदलाव से निवेशकों को फायदा या नुकसान, जानें विस्तार से
((फाइनेंशियल प्लानिंग (वित्तीय योजना) क्या है और क्यों जरूरी है?
((ये दिसंबर तिमाही को कुछ Q2, कुछ Q3 तो कुछ Q4 क्यों बताते हैं ?
((कैसे करें शेयर बाजार में एंट्री
((सामान खरीदने जैसा आसान है शेयर बाजार में पैसे लगाना
((खुद का खर्च कैसे मैनेज करें?
(ब्लॉग एक, फायदे अनेक
Plz Follow Me on:
((निवेश: 5 गलतियों से बचें, मालामाल बनें Investment: Save from doing 5 mistakes
अपनी बीमा पॉलिसी को आधार और PAN/ फॉर्म 60 से तुरंत जोड़े, वरना होगा नुकसान
Rajanish Kant
गुरुवार, 9 नवंबर 2017