डाकघर बचत योजनाएं: अपना पैसा बचाएं, पैसा बढ़ाएं, हर महीने जरूरी हो तो वो भी पाएं

स्मार्टफोन, शेयर बाजार, म्युचुअल फंड, पोंजी स्कीम्स के जमाने में तो शायद आप भूल ही गए होंगे कि आप अपने पैसे बचाने, अपने  पैसों से पैसा बनाने यानि निवेश करने और हर महीने अपने पैसों से ही पैसा पाने के लिए डाकघर बचत योजानओं में भी अपना पैसा लगा सकते हैं। इन बचत योजनाओं के फायदे जानकर आप चौंक जाएंगे और कहेंगे कि अरे यार, अब तक मैं इन योजनाओं में निवेश क्यों नहीं किया? 
कुछ डाकघर या पोस्टऑफिस बचत योजनाओं का हम नाम बता देते हैं। इसके बाद हम उन योजनाओं के फायदे बताएंगे। उन बचत योजनाओं में शामिल है- पांच वर्षीय बचत योजना आवर्ती जमा खाता (रेकरिंग डिपॉजिट), डाकघर सावधि जमा खाता (Time Deposit, फिक्स्ड डिपॉजिट), डाकघर मासिक आय खाता योजना (PoMIS),वरिष्ठ नागरिक बचत योजना (SCSS),15 वर्षीय लोक भविष्य निधि खाता (PPF), राष्ट्रीय बचत पत्र (NSC), सुकन्या समृद्धि योजना (SSY), किसान विकास पत्र (KVP)। 

> डाकघर बचत खाता (Post Office Savings Account:
-बैंक बचत खाते की तरह ही होता है। 
-सिंगल और ज्वाइंट दोनों तरह से खोल सकते हैं 
-सालाना 4% ब्याज मिलता है, जिस कर किसी तरह का टैक्स नहीं लगता है
-कम से कम 50 रुपये से यह खाता खोला जा सकता है।
-चेक औ नॉमिनी जैसी सुविधाएं भी मौजूद  

>डाकघर सावधि जमा खाता (Post Office Time Deposit):
-बैंक एफडी की तरह  होता है
-किसी भी डाकघर में 200 रुपये में सिंगल और ज्वाइंट
अकाउंट दोनों तरह से खोला जा सकता है
-निवेश की अधिकतम सीमा कुछ नहीं है
-इसमें राशि की परिपक्वता अवधि 1, 2, 3 और 5 साल होती है
-अलग-अलग परिपक्वता पर अलग-अलग ब्याज
-पांच साल की परिपक्वता वाले जमा पर आयकर कानून की 
धारा 80सी के तहत कर में कटौती का लाभ का भी प्रावधान है।
--ब्याज दर की हर तिमाही समीक्षा
-ब्याज दर आपको पांच वर्षीय खाते पर मिलता है
-यह खाता व्यक्तिगत तौर पर खोला जा सकता है
-आयकर अधिनियम 80c के तहत आयकर में छूट की सुविधा 

>डाकघर रेकरिंग जमा खाता  (Post Office Recurring Deposit Account):
- बैंक रेकरिंग जमा खाता जैसा है
-एकमुश्त रकम जमा नहीं करना होता है
-नियमित अंतराल मसलन हर महीने या हर तिमाही की निश्चिच तारीख को पैसे जमा करने होते हैं 
-कोई भी व्यक्ति सिंगल या ज्वाइंट अकाउंट खोल सकता है
-एक बार में कम से कम 10 रुपये का निवेश जरूरी है।
-इसमें अधिकतम निवेश की कोई सीमा नहीं है
-ब्याज की हर तिमाही समीक्षा 

>डाकघर की मासिक आय खाता योजना:
-एकमुश्त राशि का निवेश कर मासिक आधार पर ब्याज कमाने की इच्छा रखने वालों के लिए सही विकल्प 
-रिटायर्ड कर्मचारियों और वरिष्ठ नागरिकों के लिए बेहद उपयोगी 
- खाते की परिपक्वता अवधि (Maturity Period) पांच साल होती है
-,खाता धारक को एकमुश्त जमा पर हर माह ब्याज मिलता है
-हर तिमाही में ब्याज दर पर समीक्षा 
-सिंगल और ज्वाइंट दोनों तरह से खाता खोलने की सुविधा 
- सिंगल खाता खोलते वक्त 1,500 और अधिकतम 4.5 लाख रुपए का 
निवेश कर सकते हैं। जबकि ज्वाइंट खाते में अधिकतम 9 लाख रुपए
तक जमा कर सकते हैं।

>पब्लिक प्रोविडेंट फंड (पीपीएफ):
-नौकरीपेशा और कारोबार करने वाले दोनों वर्ग के लिए निवेश का विकल्प 
-एक वित्तवर्ष में अधिकतम डेढ़ लाख रुपए तक के निवेश पर कर में कटौती का लाभ
-एकमुश्त या फिर 12 किश्तों में जमा कर सकते हैं
-नाबालिग और बालिग दोनों ही व्यक्ति का हो सकता है
-परिपक्वता अवधि 15 साल 
-प्रत्येक वित्तवर्ष में न्यूनतम 500 रुपए का निवेश जरूरी है
-ब्याज दर की हर तिमाही में समीक्षा 

>राष्ट्रीय बचत पत्र (एनएससी):
- सबसे ज्यादा सुरक्षित और बेहतर रिटर्न देने वाले निवेश साधनों में से एक 
-सरकारी कर्मचारी, कारोबारी और कर अदा करने वाले दूसरे वेतन भोगियों की 
जरूरतों को ध्यान में रखकर जारी किया गया है
-इसमें निवेश की अधिकतम कोई सीमा नहीं होती है 
>राष्ट्रीय बचत पत्र दो तरह के होते हैं-टाइप-1 (VIII इश्यू) और टाइप-2 (IX इश्यू)। 

>टाइप-1:
- इनकम टैक्स की धारा 80C के तहत सालाना 1.50 लाख रुपये तक कर में कटौती का लाभ
-हर तिमाही ब्याज दर की समीक्षा  
-परिपक्वता अवधि (Maturity Period) पांच साल
- ट्रस्ट और एचयूएफ (Hindu Undivided Family)के  निवेश की मनाही  

>टाइप- 2:
-निवेश की कोई अधिकतम सीमा नहीं 
-परिपक्वता (Maturity Period) 10 साल
-हर तिमाही ब्याज दर की समीक्षा 


>5 वर्षीय डाकघर आवर्ती जमा खाता:
-पांच वर्ष के लिए खाता जारी रहता है
-ब्याज दर की हर तिमाही समीक्षा  
-एक साल के बाद 50 % रकम निकलाने की व्यवस्था 
-परिपक्वता (Maturity) पांच साल होती

>वरिष्ठ नागरिक बचत खाता (एससीएसएस):
-60 साल के ऊपर के वरिष्ठ नागरिकों के लिए निवेश और रिटर्न का एक विकल्प
- 55 साल से 60 साल की उम्र के बीच में रिटायर होने वाले या वीआरएस (स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति) 
लेने वाले व्यक्ति भी रिटायरमेंट के तीन माह पहले यह खाता खोल सकते हैं
-पत्नी के साथ ज्वाइंट खाता के रूप में भी खोला जा सकता है
-एक हजार रुपए से यह खाता खोला जा सकता है
-अधिकतम निवेश की सीमा 15 लाख रुपए है
-परिपक्वता पांच साल है, इससे पहले इसमें से निकासी नहीं हो सकती है
-तीन साल बाद इसे बंद किया जा सकता है लेकिन ऐसी स्थिति में कम ब्याज मिलेगा।
-नॉमिनी की सुविधा है
-आयकर की धारा 80सी के तहत इसमें जमाकर्ता को कर में कटौती का लाभ मिलता
-10 हजार से अधिक की ब्याज आमदनी पर टीडीएस कटता है

तो, आजमा कर देखिये इन योजनाओं को भी, शायद आपके लिए फायदेमंद साबित हो...

(('बिना प्रोफेशनल ट्रेनिंग के शेयर बाजार जरूर जुआ है'
((शेयर बाजार: जब तक सीखेंगे नहीं, तबतक पैसे बनेंगे नहीं! 
((जानें वो आंकड़े-सूचना-सरकारी फैसले और खबर, जो शेयर मार्केट पर डालते हैं असर
((ये दिसंबर तिमाही को कुछ Q2, कुछ Q3 तो कुछ Q4 क्यों बताते हैं ?
((कैसे करें शेयर बाजार में एंट्री 
((सामान खरीदने जैसा आसान है शेयर बाजार में पैसे लगाना
((खुद का खर्च कैसे मैनेज करें? 

((मेरा कविता संग्रह "जब सपने बन जाते हैं मार्गदर्शक"खरीदने के लिए क्लिक करें 

(ब्लॉग एक, फायदे अनेक

Plz Follow Me on: 
((निवेश: 5 गलतियों से बचें, मालामाल बनें Investment: Save from doing 5 mistakes 

कोई टिप्पणी नहीं