एक करोड़ युवाओं को 2020 तक हुनरमंद बनाने का लक्ष्य-नीतीश कुमार

पटना, 20 अप्रैल 2018:-बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 2020 तक एक करोड़ युवा को हुनरमंद बनाने का लक्ष्य तय किया है। मुख्यमंत्री ने आज पटना के वेटनरी कॉलेज ग्राउंड में राज्य स्तरीय कौशल प्रतियोगिता कार्यक्रम के उदघाट्न के मौके पर इसकी घोषणा की। 

इस अवसर पर आयोजित समारोह को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि सबसे पहले मैं श्रम संसाधन विभाग को इस बात के लिए बधाई देता हूं कि इन्होंने इतने शानदार तरीके से प्रतियोगिता कार्यक्रम का आयोजन किया है, इसमें इतनी रुचि दिखायी है। इतने युवाओं की भागीदारी और उनमें इतना उत्साह प्रशंसनीय है। मुझे उम्मीद है कि इसी प्रकार से एसे कामों को आगे बढ़ाते रहिएगा। इस प्रतियोगिता में कामयाब होने वाले और हिस्सा लेने वालों को पुरस्कृत किया जाएगा। हमारे जो युवा इस प्रतियोगिता में सफल होकर क्षेत्रीय, राष्ट्रीय एवं विष्वस्तर पर भाग लेंगे उन्हें मैं शुभकामना देता हूं कि उसमें वो कामयाब हों। 

मुख्यमंत्री ने कहा कि जबसे हमारी सरकार आयी है उसके बाद से बिहार में कौशल विकास के लिए हमने काम शुरू किया। इसके लिए तंत्र को काफी विकसित किया गया। शिक्षा विभाग के द्वारा अल्पसंख्यक महिलाओं के लिए हुनर कार्यक्रम चलाया गया। इसमें अच्छी सफलता के बाद समाज के अन्य वर्गों की महिलाओं के लिए इसका विस्तार किया गया। उस समय केंद्र सरकार ने इस कार्यक्रम को सराहा और इसे अपनाया भी। कौशल विकास मिशन को एक करोड़ युवाओं को पांच वर्षो में हुनरमंद बनाने का लक्ष्य दिया गया था। शुरुआती तीन वर्षों में काफी कठिनइयाॅ रहीं और अब वर्ष 2020 तक इस लक्ष्य को प्राप्त करना है। 

मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार में युवाओं की आबादी सबसे अधिक है, इसे दक्ष बनाकर उन्हें रोजगारपरक बनाया जा सकता है, जिनका उपयोग देश के अंदर अन्य राज्यों एवं विदेशों में हो सकता है। आज देश के विकसित राज्यों एवं विदेशों में दक्ष युवाओं की मांग है। बिहार के युवा अपने को हुनरमंद बनाकर अपनी उपयोगिता साबित कर सकते हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में 12 वर्षों में हरेक क्षेत्र में काम किया गया है। हमने शुरु में ही अपने अधिकारियों से कहा था कि आप योजना बनाइये पैसे की चिंता मत कीजिए। उस समय पूरे बिहार का बजट 22 हजार करोड़ रुपए का हुआ करता था। इस साल का बजट आकार 1 लाख 80 हजार करोड़ रुपए का है, जिसमें 90 हजार करोड़ रुपये विकास कार्यों में खर्च होगा। शिक्षा, स्वास्थ्य, कल्याण, उद्योग जैसे हर विभागों में काम होना है। अतः बिहार में स्किल्ड युवाओं के लिए रोजगार की काफी संभावनाएं हैं। बिहार में काम की कमी नहीं है। दीवार बनाने से सड़क बनाने तक स्किल्ड लोगों की जरुरत है। मुझे खुशी है कि इस प्रतियोगिता में इन क्षेत्रों को भी शामिल किया गया है। आधारभूत संरचना, निर्माण कार्य, सामाजिक क्षेत्र के साथ-साथ हर क्षेत्रों में दक्ष लोगों की कमी है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2011 में डेवलपमेंट मैनेजमेंट इस्टीच्यूट की स्थापना की गई थी। 

डेवलपमेंट की संकल्पना विकसित की गई। विकास के लिए योजनाएं बननी चाहिए। उसमें इसी माइंडसेट के कार्यान्वयन करने वाले लोग होने चाहिए। हम न्याय के साथ विकास कर रहे हैं। हर क्षेत्र का विकास, हर समुदाय के विकास में लगे हैं। उन्होंने कहा कि धीरे-धीरे लोगों की आमदनी बढ़ी है तो ख्वाहिशें भी बढ़ी हैं। आज गांव में भी ब्यूटीफिकेशन का प्रचलन बढ़ा है। अतः हरेक जगहों पर स्किल डेवलप्ड युवाओं की जरुरत है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि सात निश्चय योजना के तहत हर घर में शौचालय, हर घर में नल का जल, हर गांव में पक्की गली और नाली, हर घर तक बिजली का कनेक्शन पर काम किया जा रहा है। सात निश्चय के तहत युवाओं के लिए पांच अवयवों पर काम किया गया। बिहार के ज्यादा से ज्यादा छात्र उच्चतर शिक्षा हासिल कर सकें इसके लिए स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना शुरु की गई। अब राज्य सरकार अपने शिक्षा वित्त निगम के द्वारा स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड के तहत युवाओं को 4 प्रतिशत ब्याज पर शिक्षा ऋण उपलब्ध करायेगी। लड़कियों एवं दिव्यांगों को यह ऋण एक प्रतिशत दर पर उपलब्ध कराया जा रहा है।  कुशल युवा कार्यक्रम के तहत 240 घंटों में युवाओं को कंप्यूटर, संवाद कौशल, व्यवहार कौशल की जानकारी दी जा रही है। अभी तक 3 लाख से ज्यादा युवाओं ने प्रशिक्षण प्राप्त किया है। युवाओं की उद्यमिता के लिए 500 करोड़ का वेंचर कैपिटल फंड बनाया गया है। स्वयं सहायता भत्ता के तहत रोजगार प्राप्त करने की तलाश में युवाओं को दो वर्ष तक 1000 रुपया प्रतिमाह की दर से सहायता प्रदान की जा रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि विद्यार्थियों को बिहार के बाहर पढ़ने के लिए नहीं जाना पड़े इसके लिए हरेक जिले में इंजीनियरिंग कॉलेज, पॉलिटेक्निक कॉलेज, पारा मेडिकल संस्थान, महिला आई0टी0आई0, जी0एन0एम0 संस्थान खोले जा रहे हैं। हरेक सब डिवीजन में ए0एन0एम0 स्कूल, आई0टी0आई0 खोले जा रहे हैं। बख्तियारपुर जो कि मेरा जन्मस्थान है और मैने चूॅकि इंजीनियरिंग की पढ़ाई की है इसलिये मेरी इच्छा थी कि बख्तियारपुर में इंजीनियरिंग कॉलेज खुले। अब वहां जमीन उपलब्ध हो गयी है, अभी वर्तमान में इसका संचालन पटना से हो रहा है। युवाओं की सहायता हर स्तर पर सरकार करना चाहती है। रोजगार के अनुरुप लोगों को प्रशिक्षित होना चाहिए। 
मुख्यमंत्री ने कहा कि आपलोगों ने जो इस तरह का आयोजन किया है इससे लोगों के अंदर का व्यक्तित्व उभरेगा। दक्ष युवाओं के लिए रोजगार की विशाल संभावना है। मुझे पूरा भरोसा है कि आपलोगों के इस तरह के आयोजन से पूरा लाभ मिलेगा। मैं आप सभी प्रतियोगियों को बधाई देता हूं और मेरा सपना है कि हमारे यहां के जो युवा हैं वो दुनिया भर के कंपिटिशन में शामिल हों। राज्य सरकार को स्किल डेवलपमेंट के लिए जो कुछ भी करना होगा, हमलोग करेंगे।
मुख्यमंत्री का स्वागत पुस्तक एवं स्मृति चिन्ह भेंटकर किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत के पहले मुख्यमंत्री ने लगायी गई प्रदर्शनी का अवलोकन किया। इस मौके पर हैंडबुक (प्रतियोगियों की प्रोफाइल) का विमोचन किया गया। सीडैक एवं कल्याण विभाग, आई0एम0सी0 वोमेन आई0टी0आई0 (ब्यूटी के क्षेत्र में) एवं जावेद हबीब के वुमेन आई0टी0आई0, आई0एम0सी0 दीघा आई0टी0आई0 एवं ई0डी0आई0 के बीच तीन समझौता पत्रों का आदान-प्रदान किया गया।
इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री श्री सुशील कुमार मोदी, श्रम संसाधन मंत्री श्री विजय कुमार सिन्हा, मुख्य सचिव श्री अंजनी कुमार सिंह, विकास आयुक्त श्री शिशिर सिन्हा, श्रम संसाधन विभाग के प्रधान सचिव श्री दीपक कुमार सिंह ने भी सभा को संबोधित किया। इस कार्यक्रम में विधायक श्री संजीव चैरसिया, राष्ट्रीय कौशल विकास निगम के प्रबंध निदेशक सह मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी श्री मनीष कुमार, योजना परिषद की मुख्य परामर्शी श्रीमती हरजीत कौर, मुख्यमंत्री के सचिव श्री अतीश चंद्रा, सीमैड के डायरेक्टर जेनरल डॉ0 हेमंत धारवाड़ी, जे0एच0ग्रुप0 के चेयरमैन जनाब जावेद हबीब, आई0एच0एम0 के प्राचार्य श्री सुदेश श्रीवास्तव, बी0आई0टी0 पटना के निदेशक श्री बी0के0 सिन्हा, नाइलेट के निदेशक श्री आलोक त्रिपाठी, जिलाधिकारी श्री कुमार रवि सहित अन्य प्रतिभागीगण एवं गणमान्य लोग उपस्थित थे।

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