#Pension स्कीम: अटल पेंशन, NPS और PMSYM में से सबसे सही कौन?
Rajanish Kant
शनिवार, 23 फ़रवरी 2019
क्र.सं.
|
राज्य
|
18 से 40 वर्ष के आयु समूह के अंतर्गत आने वाली आबादी
|
27.10.2016 को एपीवाई सदस्यों की संख्या
|
एपीवाई के तहत कवर होने वाली आबादी का प्रतिशत
|
कुल महिला सदस्य
|
महिला सदस्यों का प्रतिशत
|
कुल पुरुष सदस्य
|
पुरुष सदस्यों का प्रतिशत
|
कुल अन्य (थर्ड जेंडर) सदस्य
|
अन्य (थर्ड जेंडर) सदस्यों का प्रतिशत
|
कुल
|
1
| अंडमान एवं निकोबार द्वीप समूह |
168,753
|
1,856
|
1
|
715
|
39
|
1,141
|
61
|
0
|
0
|
1,856
|
2
| आंध्र प्रदेश एवं तेलंगाना |
34,832,527
|
1,128,032
|
3
|
565,804
|
50
|
561,843
|
50
|
385
|
0
|
1,128,032
|
3
| अरुणाचल प्रदेश |
542,212
|
4,507
|
1
|
1,936
|
43
|
2,571
|
57
|
0
|
0
|
4,507
|
4
| असम |
12,291,862
|
250,783
|
2
|
109,481
|
44
|
141,259
|
56
|
43
|
0
|
250,783
|
5
| बिहार |
35,484,731
|
1,116,119
|
3
|
559,297
|
50
|
556,707
|
50
|
115
|
0
|
1,116,119
|
6
| चंडीगढ़ |
473,489
|
19,408
|
4
|
6,383
|
33
|
13,023
|
67
|
2
|
0
|
19,408
|
7
| छत्तीसगढ़ |
9,675,449
|
194,442
|
2
|
77,620
|
40
|
116,810
|
60
|
12
|
0
|
194,442
|
8
| दादर और नगर हवेली I |
161,941
|
6,689
|
4
|
1,350
|
20
|
5,337
|
80
|
2
|
0
|
6,689
|
9
| दमन और दीव |
134,502
|
4,697
|
3
|
735
|
16
|
3,962
|
84
|
0
|
0
|
4,697
|
10
| दिल्ली |
7,266,256
|
205,759
|
3
|
67,330
|
33
|
138,376
|
67
|
53
|
0
|
205,759
|
11
| गोवा |
595,087
|
28,951
|
5
|
10,480
|
36
|
18,468
|
64
|
3
|
0
|
28,951
|
12
| गुजरात |
23,827,045
|
591,045
|
2
|
179,603
|
30
|
411,318
|
70
|
124
|
0
|
591,045
|
13
| हरियाणा |
10,104,539
|
278,199
|
3
|
75,688
|
27
|
202,460
|
73
|
51
|
0
|
278,199
|
14
| हिमालच प्रदेश |
2,685,526
|
79,964
|
3
|
27,241
|
34
|
52,711
|
66
|
12
|
0
|
79,964
|
15
| जम्मू – कश्मीर |
4,775,045
|
47,614
|
1
|
12,025
|
25
|
35,551
|
75
|
38
|
0
|
47,614
|
16
| झारखंड |
11,967,910
|
258,688
|
2
|
128,426
|
50
|
130,239
|
50
|
23
|
0
|
258,688
|
17
| कर्नाटक |
25,359,036
|
915,260
|
4
|
389,509
|
43
|
525,564
|
57
|
187
|
0
|
915,260
|
18
| केरल |
11,943,218
|
276,115
|
2
|
151,103
|
55
|
124,961
|
45
|
51
|
0
|
276,115
|
19
| लक्षद्वीप |
25,877
|
295
|
1
|
80
|
27
|
215
|
73
|
0
|
0
|
295
|
20
| मध्य प्रदेश |
27,234,721
|
662,515
|
2
|
226,775
|
34
|
435,630
|
66
|
110
|
0
|
662,515
|
21
| महाराष्ट्र |
45,274,703
|
1,000,604
|
2
|
354,301
|
35
|
646,088
|
65
|
215
|
0
|
1,000,604
|
22
| मणिपुर |
1,140,447
|
8,031
|
1
|
3,833
|
48
|
4,198
|
52
|
0
|
0
|
8,031
|
23
| मेघालय |
1,068,987
|
9,049
|
1
|
3,705
|
41
|
5,344
|
59
|
0
|
0
|
9,049
|
24
| मिजोरम |
432,946
|
5,798
|
1
|
3,089
|
53
|
2,709
|
47
|
0
|
0
|
5,798
|
25
| नगालैंड |
783,664
|
7,214
|
1
|
2,986
|
41
|
4,228
|
59
|
0
|
0
|
7,214
|
26
| ओडिशा |
16,118,865
|
398,416
|
2
|
161,799
|
41
|
236,501
|
59
|
116
|
0
|
398,416
|
27
| पुडुचेरी |
512,040
|
23,991
|
5
|
12,601
|
53
|
11,381
|
47
|
9
|
0
|
23,991
|
28
| पंजाब |
11,134,889
|
381,405
|
3
|
120,374
|
32
|
261,003
|
68
|
28
|
0
|
381,405
|
29
| राजस्थान |
25,277,598
|
569,052
|
2
|
173,965
|
31
|
394,957
|
69
|
130
|
0
|
569,052
|
30
| सिक्किम |
264,461
|
6,828
|
3
|
2,606
|
38
|
4,221
|
62
|
1
|
0
|
6,828
|
31
| तमिलनाडु |
29,069,600
|
968,372
|
3
|
529,395
|
55
|
438,679
|
45
|
298
|
0
|
968,372
|
32
| त्रिपुरा |
1,503,503
|
28,786
|
2
|
12,544
|
44
|
16,240
|
56
|
2
|
0
|
28,786
|
33
| उत्तर प्रदेश |
71,289,176
|
1,790,481
|
3
|
594,235
|
33
|
1,195,808
|
67
|
438
|
0
|
1,790,481
|
34
| उत्तराखंड |
3,810,712
|
122,871
|
3
|
40,855
|
33
|
81,997
|
67
|
19
|
0
|
122,871
|
35
| पश्चिम बंगाल |
36,688,732
|
709,869
|
2
|
324,163
|
46
|
385,522
|
54
|
184
|
0
|
709,869
|
कुल |
463,920,049
|
12,101,705
|
3
|
4,932,032
|
41
|
7,167,022
|
59
|
2,651
|
0
|
12,101,705
|
क्रम संख्या | राज्य का नाम | एपीवाई के सदस्यों की संख्या |
1 | उत्तर प्रदेश | 1,401,631 |
2 | बिहार | 1,061,660 |
3 | तमिलनाडु | 814,917 |
4 | महाराष्ट्र | 758,695 |
5 | कर्नाटक | 686,504 |
6 | आंध्र प्रदेश | 653,404 |
7 | पश्चिम बंगाल | 551,471 |
8 | मध्य प्रदेश | 498,111 |
9 | राजस्थान | 497,962 |
10 | गुजरात | 486,465 |
अटल पेंशन योजना (एपीवाई) को देश भर के शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में एपीवाई सेवा प्रदाताओं द्वारा क्रियान्वित किया जा रहा है जिनमें सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक (पीएसबी), निजी क्षेत्र के बैंक, क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक (आरआरबी), सहकारी बैंक और डाक विभाग शामिल हैं। 12 अप्रैल, 2018 तक एपीवाई के तहत पंजीकृत सदस्यों की कुल संख्या बढ़कर 97.60 लाख से भी ऊपर चली गई है।
इस योजना में भारत सरकार द्वारा उन लोगों के लिए सह-योगदान किया जाता है जिन्होंने 31 मार्च, 2016 से पहले इसमें पंजीकरण कराया है। इसमें भारत सरकार का योगदान संबंधित सदस्यों के योगदान का 50 प्रतिशत होता है जो अधिकतम 1000 रुपये होता है। ये सदस्य वर्ष 2015-16 से लेकर वर्ष 2019-20 तक के पांच सालों की अवधि के लिए सह-योगदान के पात्र होंगे। केवल वे ही सदस्य भारत सरकार के सह-योगदान के पात्र होंगे जो आयकर अदा नहीं करते हैं और जो किसी भी अन्य सामाजिक सुरक्षा योजना से लाभ नहीं उठा रहे हैं।
उपर्युक्त तथ्यों को ध्यान में रखते हुए पीएफआरडीए के जरिए भारत सरकार ने लगभग 14 लाख पात्र सदस्यों हेतु वित्त वर्ष 2016-17 के लिए सह-योगदान के रूप में 120.92 करोड़ रुपये जारी किए हैं। ऐसे सदस्य जिनके एपीवाई खाते में मार्च 2017 तक कुछ भी योगदान अथवा अंशदान लंबित है उसका भुगतान सह-योगदान के तहत नहीं किया जाएगा। इस तरह के सदस्यों को पीएफआरडीए ने अपने एपीवाई खाते को नियमित करने की सलाह दी है, ताकि भारत सरकार की ओर से सह-योगदान प्राप्त किया जा सके। भारत सरकार की ओर से सह-योगदान केवल तभी देय होता है जब संबंधित खाते नियमित और स्वीकार्य हों। भारत सरकार की ओर से सह-योगदान को संबंधित सदस्यों के बचत बैंक खाते में डाला जाता है।
अटल पेंशन योजना के तहत सदस्यों को 60 साल की उम्र से प्रति माह 1000 रुपये से लेकर 5000 रुपये तक की न्यूनतम गारंटीड पेंशन दी जाती है।
|
69 लाख से भी अधिक ग्राहक 2690 करोड़ रुपये के अंशदान के साथ अटल पेंशन योजना में शामिल हुए वित्तीय सेवा विभाग में सचिव ने कहा, ‘पेंशन कवरेज बढ़ाने की अब भी व्यापक गुंजाइश’
भारत में पेंशन कवरेज लगभग 12 प्रतिशत है
| ||||||||
अटल पेंशन योजना में फिलहाल 2690 करोड़ रुपये के अंशदान के साथ 69 लाख से भी ज्यादा ग्राहक हैं। पेंशन फंड नियामक एवं विकास प्राधिकरण (पीएफआरडीए) के अध्यक्ष श्री हेमंत जी. कांट्रैक्टर ने, हालांकि, हाल ही में अटल पेंशन योजना पर आयोजित एक सम्मेलन को संबोधित करते हुए भारत में पेंशन कवरेज बढ़ाने की जरूरत पर विशेष बल दिया। इस सम्मेलन का आयोजन पीएफआरडीए द्वारा राष्ट्रीय राजधानी में किया गया, जिसमें सभी प्रमुख बैंकों के साथ-साथ एनपीसीआई, एससीएचआईएल, सिडबी, एक्सेस एसिस्ट और कुछ प्रमुख माइक्रोफाइनेंस संस्थानों (एमएफआई) के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। श्री कांट्रैक्टर ने कहा कि समाज का एक बड़ा तबका अब भी पेंशन सुविधा से वंचित है और यह पीएफआरडीए तथा सरकार के लिए चिंता का विषय है। पीएफआरडीए द्वारा आयोजित एक प्रतियोगिता के विजेताओं को बधाई देते हुए अध्यक्ष ने कहा कि अटल पेंशन योजना (एपीवाई) ने लक्षित ग्राहकों को अपने दायरे में लाने में उल्लेखनीय प्रगति की है, लेकिन इस दिशा में अभी भी बहुत कुछ करना बाकी है। उन्होंने कहा कि इसके लिए पात्र माने जाने वाली आबादी का औसतन दो प्रतिशत से भी कम हिस्सा फिलहाल एपीवाई के दायरे में आ चुका है। अत: बड़ी संख्या में लोगों को वृद्धावस्था में नियमित रूप से आमदनी मुहैया कराने के लिए अब भी बहुत कुछ करना होगा। इस अवसर पर वित्तीय सेवा विभाग (डीएफएस) में सचिव श्री राजीव कुमार का एक वीडियो संदेश दिखाया गया। श्री राजीव कुमार ने कहा है कि अटल पेंशन योजना वित्तीय समावेश और वित्तीय सुरक्षा के तहत भारत सरकार का प्रमुख कार्यक्रम है। भारत में पेंशन कवरेज लगभग 12 प्रतिशत है और बैंकों तथा अन्य हितधारकों को इस योजना के तहत कवरेज और ज्यादा बढ़ाने की दिशा में काम करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि इस योजना के तहत हो रही प्रगति पर डीएफएस करीबी नजर रख रहा है। उन्होंने कहा कि इस योजना के तहत बैंकों के लिए तय लक्ष्य पूरे की जानी चाहिए। उन्होंने पीएफआरडीए द्वारा अटल पेंशन योजना के लिए एक डिजिटल प्लेटफॉर्म यथा ई-एपीवाई उपलब्ध कराए जाने के बारे में भी अपने विचार व्यक्त किए। श्री राजीव कुमार ने संबंधित अभियानों के तहत बढ़िया प्रदर्शन के लिए बैंकों को बधाई दी और उनसे इस दिशा में अपने कार्य आगे भी जारी रखने का अनुरोध किया। |
अटल पेंशन योजना 62 लाख नामांकन के साथ प्रगति की ओर अग्रसर |
एक राष्ट्र एक पेंशन के अंतर्गत कुल 3.07 लाख अटल पेंशन योजना (एपीवाई) खाते हो गए हैं। इस अभियान के तहत बेहतरीन प्रदर्शन करने वाले देश के सबसे बड़े बैंकों में से एक भारतीय स्टेट बैंक शामिल है जिसमें शानदार 51 हजार एपीवाई खाते हैं। अन्य प्रमुख बैंक जैसे केनरा बैंक में 32,306 और आंध्रा बैंक में 29,057 एपीवाई खाते हैं जबकि अन्य निजी श्रेणी के बैंकों में कर्नाटक बैंक में 2,641 एपीवाई खाते हैं। आरआरबी श्रेणी में इलाहाबाद, उत्तर प्रदेश ग्रामीण बैंक में 28,609 खाते हैं। इसके बाद मध्य बिहार ग्रामीण बैंक में 5,056, बड़ौदा उत्तर प्रदेश ग्रामीण बैंक में 3,013, काशी गोमती संयुक्त ग्रामीण बैंक में 2,847 और पंजाब ग्रामीण बैंक में 2,194 एपीवाई खाते हैं। बचत बैंक खातों सहित विभिन्न वित्तीय सुविधाओं पर ब्याज दर कम हो रहा है ऐसे समय में पेंशन योजना के रूप में अटल पेंशन योजना ग्राहकों के लिए गांरटीड 8 प्रतिशत दर से रिटर्न सुनिश्चित करता है और इस योजना में 20 से 42 वर्ष के लिए निवेश करने पर परिपक्वता के समय रिटर्न दर आठ प्रतिशत से अधिक रहने पर उच्च आय का अवसर भी उपलब्ध होता है। नामांकन बढ़ने से संपत्तियों का वित्तीयकरण होता है और लोग पेंशन सुविधाओं की ओर आकर्षित होते है जो भारत सरकार ग्राहक, उसके जीवन साथी और ग्राहक द्वारा नामित व्यक्ति को निश्चित रिटर्न गारंटी देती है। पेंशन कोष नियामक और विकास प्राधिकरण (पीएफआरडीए) के सहयोग से वित्तीय सेवा विभाग ने कई एपीवाई अभियान आयोजित किए हैं, जिनके माध्यम से एपीवाई सेवा प्रदाता बैंक और डाक विभाग किसी भी पेंशन योजना के तहत कवर नहीं किए गए लोगों के पास जाकर एपीवाई योजना की विशेषताओं और लाभों की जानकारी देते हैं तथा इस योजना में नामांकन करने के लिए उन्हें प्रोत्साहित करते हैं। पीएफआरडीए ने एपीवाई सेवा प्रदाता बैंकों के साथ मिलकर देशभर में 2 से 19 अगस्त, 2017 तक राष्ट्रीय स्तर पर पेंशन जागरूकता अभियान ‘एक राष्ट्र एक पेंशन’ आयोजित किया था। योजना शुरू होने के दो वर्ष बाद अब तक 62 लाख ग्राहक अटल पेंशन योजना के सदस्य बने हैं। पीएफआरडीए का उद्देश्य किसी भी पेंशन योजना के अंतर्गत कवर नहीं किए गए अधिकतम लोगों को एपीवाई योजना के तहत कवर करना है ताकि भारत एक राष्ट्र के रूप में पेंशन रहित से पेंशन भोगी समाज बने और नागरिक अपनी वृद्धावस्था में सम्मानपूर्वक जीवन जी सके। (Source; pib.nic.in) |
अटल पेंशन योजना को आधार (वित्तीय एवं अन्य सब्सिडी, लाभों एवं सेवाओं की लक्षित डिलीवरी) अधिनियम 2016 की धारा 7 में शामिल किया गया अटल पेंशन योजना में फिलहाल 54 लाख से ज्यादा सदस्य हैं और परिसंपत्ति आधार 2,200 करोड़ रुपये से अधिक है |
अटल पेंशन योजना (एपीवाई) को अब आधार अधिनियम की धारा 7 में शामिल कर लिया गया है। अधिनियम के प्रावधानों के मुताबिक, ऐसा कोई भी व्यक्ति जो एपीवाई के तहत लाभ पाने का हकदार है, उसे आधार नम्बर रखने अथवा आधार पहचान के तहत नामांकन कराने का प्रमाण पेश करना होगा। इस अधिसूचना की एक प्रति संलग्न की गयी है। तदनुसार, एपीवाई के किसी भी सदस्य को अपने उस एपीवाई पेंशन खाते के साथ-साथ अपने बचत खाते में भी आधार नंबर को दर्ज कराना होगा जिससे पेंशन अंशदान की आवधिक रकम निकाली जाती है और सरकार का सह-योगदान डाला जाता है। यदि इस योजना के किसी सदस्य के पास आधार कार्ड नहीं है तो उसे आधार कार्ड के लिए तत्काल नामांकन कराना चाहिए, जिसके लिए उसे निकटतम आधार नामांकन केंद्र जाना चाहिए। ऐसे केंद्रों की सूची यूआईडीएआई की वेबसाइट www.uidai.gov.in पर उपलब्ध है। अटल पेंशन योजना में फिलहाल 54 लाख से ज्यादा सदस्य हैं और इसका परिसंपत्ति आधार 2,200 करोड़ रुपये से अधिक है। |
|
अटल पेंशन योजना (एपीवाई) के कार्यान्वयन में 235 बैंक और डाक विभाग शामिल हैं
इनमें 97.5% सदस्य महीने के अंतराल पर योगदान करने वाले हैं; 51.5% ग्राहकों ने 1000 रूपये मासिक पेंशन का विकल्प चुना है
अटल पेंशन योजना (एपीवाई) से जुड़े लोगों की संख्या करीब 53 लाख पहुंच चुकी है। अभी इस योजना के कार्यान्वयन में 235 बैंक सहित डाक विभाग भी शामिल हैं। बैंक की शाखाओं और सीबीएस सुविधा वाले डाक विभाग के कार्यालयों के अलावा कुछ बैंक इंटरनेट बैंकिंग के माध्यम से भी यह सुविधा प्रदान कर रहे हैं।
एपीवाई योजना केंद्र सरकार के कर्मचारियों के एनपीएस के समान ही निवेश पद्धति का अनुसरण करती है। वित्त वर्ष 2016-17 में, 13.91 प्रतिशत का रिटर्न कमाया है।
एपीवाई योजना के अभिदाताओं को और अधिक सुविधा देने के उद्देश्य से नई प्रक्रियाएं विकसित की गई हैं जिसके अंतर्गत कोई भी अभिदाता ई-प्राण कार्ड और लेनदेन का विवरण देख सकता है और उसकी प्रति भी ले सकता है।इसके साथ ही, अभिदाता अपनी शिकायत/ आपत्ति इस वेबसाइट पर https://npslite-nsdl.com/CRAlite/grievanceSub.do दर्ज करा सकता हैं।
अभी इसके अंतर्गत 62 प्रतिशत पुरूष एवं 38 प्रतिशत महिला अभिदाता हैं। जिनमें से ज्यादातर ने मासिक जमा का विकल्प चुना है, करीब 97.5 प्रतिशत अभिदाताओं ने मासिक अंतराल का विकल्प चुना है, करीब 0.8 प्रतिशत ने त्रै-मासिक एवं 1.7 प्रतिशत ने अर्द्ध-वार्षिक का विकल्प चुना है।
इनमे से ज्यादातर लोगों ने 1000 रूपये के मासिक पेंशन का विकल्प चुना है। अभी 51.5 प्रतिशत अभिदाताओं ने 1000 रूपये के मासिक पेंशन का विकल्प चुना है और 34.5 प्रतिशत अभिदाताओं ने 5000 रूपये के मासिक पेंशन का विकल्प चुना है। अभिदाताओं के पेंशन की रकम के अनुसार विभाजन को चित्र-1 में दिखाया गया है।
चित्र-1—एपीवाई अभिदाताओं के पेंशन की रकम के अनुसार विभाजन
1 जून 2015 से अटल पेंशन योजना लागू की गई और यह 18 से 40 वर्ष के आयु वर्ग के भारतीय नागरिकों के लिए उपलब्ध है। इस योजना के तहत कोई भी 60 वर्ष की आयु के बाद 1000 रूपये से लेकर 5000 रूपये तक का मासिक पेंशन ले सकता है, यह उसके योगदान पर निर्भर करता है। अभिदाता की मृत्यु की स्थिति में यह उसकी पत्नी को मिलेगा और यदि दोनों की मृत्यु हो जाती है तो वैसी स्थिति में यह नामित व्यक्ति को मिलेगा। (स्रोत-पीआईबी)
((शेयर बाजार: जब तक सीखेंगे नहीं, तबतक पैसे बनेंगे नहीं!
((जानें वो आंकड़े-सूचना-सरकारी फैसले और खबर, जो शेयर मार्केट पर डालते हैं असर ((ये दिसंबर तिमाही को कुछ Q2, कुछ Q3 तो कुछ Q4 क्यों बताते हैं ? ((कैसे करें शेयर बाजार में एंट्री ((सामान खरीदने जैसा आसान है शेयर बाजार में पैसे लगाना ((खुद का खर्च कैसे मैनेज करें? बचत, निवेश संबंधी beyourmoneymanager के लेख फिक्स्ड डिपॉजिट-पर्सनल लोन ईएमआई-होम लोन ईएमआई-रिटायरमेंट फंड-रेट ऑफ रिटर्न कैलकुलेटर ((मेरा कविता संग्रह "जब सपने बन जाते हैं मार्गदर्शक"खरीदने के लिए क्लिक करें (ब्लॉग एक, फायदे अनेक
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