अटल पेंशन योजना और आकर्षक बनी, नए बदलाव किए गए

मोदी सरकार ने अपनी फ्लैगशिप पेंशन योजना अटल पेंशन योजना को और आकर्षक और ग्राहकोन्मुखी बनाने के इरादे से कुछ बदलाव किया है। बता दें कि सरकार ने लोगों को आर्थिक सुरक्षा मुहैया कराने के लिए इस मिनिमम पेंशन याजना की शुरुआत की थी।

पिछले साल मई में शुरू की गई इस योजना को खरीदने वाले अब मासिक के बजाय तीन महीने या छह महीने पर भी पैसा लगा सकते हैं। पहले केवल मासिक आधार पर ही पैसे लगाने की अनिवार्य शर्त थी।  

क्या हुए हैं बदलाव:
-ग्राहक अब हर महीने, हर तीन महीने या हर छह महीने पर भी इसमें पैसे लगा सकते हैं जबकि पहले अनिवार्य रूप से हर महीने ही पैसे लगाने थे

-प्रिमैच्योर या 60 साल की उम्र से पहले अब इस योजना से निकलने के नियम आसान बनाए गए हैं। पहले मृत्यू या टर्मिनल डिजीज की स्थिति में ही इस स्कीम से बाहर निकलने की अनुमति थी, लेकिन अब ग्राहक अपने हिसाब से इससे बाहर निकल सकते हैं। लेकिन, शर्तों के साथ। प्रिमैच्योर पैसा निकालने पर सरकार की तरफ से जमा पैसे और उस पर मिलने वाले ब्याज नहीं मिलेंगे। केवल ग्राहक द्वारा जमा पैसे और उस पर मिलने वाले ब्याज से ही उनको संतुष्ट होना पड़ेगा।

-प्रीमियम जमा करने में देरी पर लगने वाले जुर्माने के नियम भी आसान बनाए गए हैं। पहले अलग-अलग स्लैब (1000 रुपए/ महीने, 2000 रुपए/ महीने, 3000 रुपए/ महीने,4000 रुपए/ महीने, 5000 रुपए/महीने ) के हिसाब से जुर्माना देना पड़ता था लेकिन अब हरेक 100 रुपए के योगदान पर एक रुपए का पेनॉल्टी लगेगा।

-इसके अलावा, ग्राहक द्वारा प्रीमियम रोकने पर अब उसका अकाउंट बंद या डीएक्टिवेट नहीं किया जाएगा। उसका अकाउंट बंद या डीएक्टिवेट तभी होगा, जब उसके अकाउंट में अकाउंट मेनटेनेंस चार्ज और फीस की कटौती की वजह से एक भी पैसा नहीं बचेगा यानी उसके अकाउंट में बैलेंश जब शून्य हो जाएगा।  हालांकि, अकाउंट का बैलेंश ग्राहकों द्वारा किए गए भुगतान के आधार पर तय होगा ना कि सरकार द्वारा दिए गए कंट्रीब्यूशन के आधार पर।

सरकार ने एक बयान में कहा है कि असंगठित सेक्टर के कामगारों के लिए अटल पेंशन योजना को आकर्षक बनाने के इरादे से इसके नियमों को आसान बनाया गया है।

इस साल 17 अगस्त तक 6.58 लाख लोग अटल पेंशन योजना में शामिल हुए। इसके विपरीत,  सरकारी इंश्योरेंस स्कीम प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना 2.74 करोड़ लोगों ने और दुर्घटना  इंश्योरेंस स्कीम प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना 8.12 करोड़ लोगों ने खरीदे। यानी जिस रफ्तार से प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना और प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना की मांग बढ़ी है, उस रफ्तार अटल पेंशन योजना की मांग नहीं बढ़ी है। इस देखते हुए मोदी सरकार ने इसमें बदलाव किए हैं।

क्या है मोदी सरकार की तीन महत्वपूर्ण आर्थिक सुरक्षा योजना, पढ़ें
http://beyourmoneymanager.blogspot.in/2015/05/blog-post_11.html

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