पोंजी स्कीम्स की मायावी दुनिया में कैसे फंसते हैं लोग

प्रॉपर्टी डेवलपर PACL के खिलाफ सेबी द्वारा लगाए गए अब तक के सबसे अधिकतम जुर्माने की खबर के बाद पोंजी स्कीम एक बार फिर सुर्खियों में है। स्पीक एशिया, सारधा घोटाला और ना जाने इस तरह के सैकड़ों घोटाले निवेशकों को बेवकूफ बनाकर उनकी गाढ़ी कमाई को चट कर जा रहे हैं।

पोंजी स्कीम्स या फिर इसको गैरकानूनी कलेक्टिव निवेश योजना कह लीजिए, नियमित अंतराल पर ऐसे स्कीम्स और इन स्कीम्स को चलाने वाली कंपनियों की फर्जीवाड़ा सामने आती रहती है। शेयर बाजार रेगुलेटर सेबी और सरकार लगातार ऐसी स्कीम्स से लोगों को दूर रहने का आगाह करते हैं, ऐसी कुछ कंपनियों के खिलाफ कार्रवाई भी होती है और उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई के दावे भी किए जाते हैं लेकिन निवेशकों को मूर्ख बनाकर उनसे पैसे ऐंठने की उनकी रफ्तार बेलगाम बढ़ रही है।

वीरप्पा मोइली की अगुआई में बनी संसदीय कमिटी ने पोंजी स्कीम्स कै फैलते पंजे को नहीं कुचलने के लिए सेबी और वित्त मंत्रालय को फटकार लगाई है। साथ पोंजी स्कीम्स को सरकार के खिलाफ अपराध मानकर उसे गैर-जमानती अपराध बनाने की भी मांग की है।

पोंजी स्कीम्स के जरिए कैसे फंसते हैं निवेशक: 
निवेशकों से बढ़ा-चढ़ाकर मुनाफा देने का वादा करके उनसे पैसे इकट्ठा कर लेते हैं फिर रातों-रात फरार हो जाते हैं। इस तरह की स्कीम्स गैर-कानूनी होती हैं। अगर आप बैंक में पैसे जमा करते हैं तो इसका रेगुलेटर रिजर्व बैंक होता है और अगर आप शेयर बाजार या फिर म्युचुअल फंड में निवेश करते हैं तो इस पर सेबी की निगरानी रहती है, लेकिन पोंजी स्कीम्स का कोई रेगुलेटर नहीं होता है। बिना किसी कायदे-कानून के ही इस तरह की स्कीम्स बाजार में बेची जाती हैं।

जाल में फंसाने की तरकीब: 

-स्कीम्स या प्लान में पैसे लगाने या निवेश के लिए शुरू में कुछ लोगों को मनाते हैं

-निर्धारित समय के बाद उनसे वादे किए गए रिटर्न के साथ उनको पैसे वापस कर
दिया जाता है

-अब इसी बात का हवाला देते हुए दूसरे निवेशकों को भी स्कीम्स या प्लांस में पैसे
लगाने या निवेश के लिए मनाने का खेल या ठगने का खेल शुरू हो जाता है

-इस तरह से पोंजी स्कीम्स चलाने वाली कंपनियां कुछ और निवेशकों को उनसे किए
गए वादे के मुताबिक निर्धारित समय के भीतर शानदार रिटर्न के साथ उनको रकम
वापस दे देती हैं।
-जब इन कंपनियों के पास अच्छी-खासी रकम जमा हो जाती है तो वो पैसे सहित
फरार हो जाती हैं और गाढ़ी कमाई कर एक-एक पाई की बचत करने वाले सीधे-साधे
निवेशक ठग लिए जाते हैं।

कैसे पहचानें पोंजी स्कीम्स को: 
- नियमित काफी अधिक रिटर्न का वादा, क्योंकि शेयर बाजार और म्युचुअल फंड भी  अच्छे-खासे रिटर्न देते हैं लेकिन इसमें उतार-चढ़ाव और नुकसान भी संभावना रहती है। नियमित अधिक रिटर्न के वादे पर आंख बंद करके भरोसा कभी नहीं करें।

-जिस निवेश साधन को आप जरा भी नहीं समझते हैं या फिर उसके बारे में पूरी जानकारी नहीं हो, उसमें पैसे लगाने से बचें

-निवेश के संबंध में किसी लिखित जानकारी की गैर-मौजूदगी के बहाने को गंभीरता से लें और उसको नजरअंदाज ना करें। कई बार पोंजी स्कीम्स के एजेंट लिखित जानकारी ना होने का बहाना बना हो सकता है।

-निवेश करने से पहले प्रोस्पेक्ट्स या डिस्कलोजर स्टेटमेंट को ध्यान से पढ़ें। अकाउंट स्टेटमेंट में गड़बड़ी बहुत हद तक इस बात की तरफ इशारा कर सकती है कि वादे के मुताबिक आपके पैसों को निवेश नहीं किया गया है।

- आपके निवेश पर पेमेंट मिलने में दिक्कत हो तो आप सतर्क हो जाएं। आमतौर पर ज्यादा रिटर्न का वादा करके आपके पैसों को दूसरी स्कीम्स में निवेश करने के लिए आपको प्रोत्साहित किया जा सकता है

-पोंजी स्कीम्स में आमतौर पर वैसे निवेश साधन होते हैं जो किसी भी रेगुलेटर से रजिस्टर्ड नहीं होते हैं

-कोई भी निवेश साधन कुछ ना कुछ रिस्क लिए हुए होता है। आम तौर पर अधिक रिटर्न वाले साधन में रिस्क ज्यादा होते हैं। ऐसे में गारंटीड अधिक रिटर्न वाली स्कीम्स को लेकर सावधान होने की जरूरत है।

-हाल की पोंजी स्कीम्स अलग तरह के निवेश विकल्प मसलन, पेड़, बकरी, ईएमयू, बायोफ्यूल बगैरह के नाम से निवेशकों को लुभाते हुए देखी गई।

>जानते हैं पोंजी नाम कैसे पड़ा: 

-न्यू इंग्लैंड के निवासी थे चार्स्ल पोंजी, जिनके नाम पर ये नाम पड़ा। उन्होंने 1920 के दशक में पोस्टेज स्टैम्प स्पेकुलेशन स्कीम में निवेश के नाम पर हजारों लोगों को ठगा था। उस समय जब बैंक जमा राशि पर सालाना 5% ब्याज दे रहे थे, चार्ल्स पोंजी ने 90 दिनों में 50% रिटर्न देने का वादा किया था।

((PACL को तगड़ा झटका, अब तक का लगा सबसे बड़ा जुर्माना
http://beyourmoneymanager.blogspot.in/2015/09/pacl.html

((इन कंपनियों में पैसे मत लगाइगा, वरना डूबना तय है , क्योंकि 
http://beyourmoneymanager.blogspot.in/2015/08/blog-post.html

((PACL  में पैसा लगाए हैं, तो आपके लिए जरूरी खबर 
http://beyourmoneymanager.blogspot.in/2015/08/pacl.html

((इंश्योरेंस पॉलिसी की बढ़ती मिस-सेलिंग,सरकार, IRDA बेबस, क्या करेंगे आप
http://beyourmoneymanager.blogspot.in/2015/03/irda.html

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